बीमारियों का काल हैं ये कन्द – जानिए जिमीकंद के फायदे, नुकसान व सेवनविधि

जिमीकंद के फायदे
जिमीकंद के फायदे

जानिए जिमीकंद के फायदे, नुकसान व सेवनविधि -Health Benefits of Jimikand /Suran /Yam

यू तो बाजार में कई प्रकार की सब्जियां मौजूद होती है जिनमे शरीर को जरूरी उपलब्ध कराने वाले पोषक तत्व जैसे प्रोटीन,विटामिन और कैल्शियम मौजूद होते है। लेकिन इस कन्द के गुण अन्य सब्जियों से कही ज्यादा है। इस कन्द की सब्जी बनाकर खाने का वर्णन सनातन धर्म गर्न्थो में भी है। बहुत से लोग इसके गुणों से अपरिचित है। यदि वह इसे अपने खानपान में शामिल करते है। तो इसके आयुर्वेदिक गुणों से अत्यधिक लाभ ले सकते है।

यह एक प्रकार की जड़ है जो भारी भरकम तने की जैसी लगती है, यह एक कन्द के रूप में होता है जो अपने बड़े आकार और ज़मीन के अंदर उगने से इसे ” जिमीकन्द नाम से जाना जाता है। “ भारत के अन्य राज्यो में इसे घनकन्द, सूरन या ओल नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम अमोर्फोफ्लस पेओनीफोलिस ( Amorphophallus Paeoniifolius) है, इसके अलावा अंग्रेजी में याम (Yam) नाम से भी जाना जाता है। इसके चमत्कारिक गुणों को देखते हुए आजकल व्यावसायिक स्तर पर इसकी खेती की जाती है।

जिमीकंद के फायदे / सूरन के फायदे
जिमीकंद के फायदे / सूरन के फायदे

जिमीकन्द के पोषक तत्व ( Nutrients contained in yams,jimikand)

इसमे शामिल ऊर्जा, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शुगर, केल्शियम, आयरन, मैग्नेशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, जिंक, विटामिन सी, सोडियम, विटामिन ए, विटामिन बी6, विटामिन ई, विटामिन के, फोलेट, राइबोफ्लेविन, नियासिन, और थियामिन जैसे महत्वपूर्ण गुणकारी पोषक तत्व शायद ही अन्य किसी फल या सब्जी में हो तो फिर आप सभी रीडर्स भी इस गुणकारी पोषक तत्वों भरपूर जिमीकन्द  को अपने आहार का हिस्सा बनाये।

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जिमीकन्द की सेवनविधि एवं उपभोग (Consume method of yam)

जिमीकन्द को शहरी इलाकों के पास स्थित सब्ज़ी मंडी या साप्ताहिक बाजार में यह आसानी से मिल जाता है। वेसे यह किसी भी मौसम में मिल जाता है लेकिन इसकी खेती मुख्यतः अप्रैल-मई के महीने से शुरू हो जाती है इसे परिपक्व होने में 7-8 महीने लगये है।

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समान्यतः अलग-अलग क्षेत्रो में इसे स्वाद के अनुसार विभिन्न प्रकार से खाया जाता है परन्तु हम यहां कुछ मुख्य प्रकार के उपयोग के बारे में आपको बताएंगे।

  • जिमीकन्द को सब्जी के रूप में भी प्रयोग किया जाता है मसालों तेल इत्यादि के साथ मिलाकर इसकी स्वादिष्ट सब्ज़ी बनाई जाती है।
  • अचार के रूप में जिमीकन्द का उपयोग किया जाता है। जो बहुत स्वादिष्ट लगता है।
  • इमली के पत्तो के पानी मे पकाकर ठंडा कर ले उसके बाद इसको कद्दूकस कर इसके सीधे भी खा सकते है। इस प्रकार से प्रयोग करने पर पुरुषों में शारीरिक कमजोरी दूर होकर वह अत्यधिक बलवान बनता है।
  • जिमीकन्द को छीलकर इसको छोटे-छोटे पीस में काटकर इसको सुखाकर महीन पावडर तैयार कर ले इसको पुरुष या स्त्री सप्पलीमेंट के तौर पर ले सकते है और शिशुओं के आहार में इसको आधा चमच के बराबर मिला सकते है।

आइये अब जान लेते है जिमीकन्द मल्टीविटामिन आहार होने के साथ-साथ यह हमारे शरीर मे किन बीमारियों की संभावना से हमारा बचाव करता है।

जिमीकंद के फायदे / सूरन के फायदे

  1. वजन नियंत्रित और चर्बी खत्म करने हेतु- जिमीकन्द में मौजूद ‘ फ्लेवोनॉयड्स कंपाउंड ‘ की वजह से इसमें यह एंटी-ओबेसिटी (anti obesity) गुण पाया जाता है जो वजन घटाने में महत्वपूर्ण कारक है।
  2. जिमीकन्द (Yam) या सुरन केंसर के इलाज में लाभ- इसमें एक अन्य गुण होता है जिसे एल-अर्जीनिन(L-Arginine) नामक यौगिक होता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर शरीर मे मौजूद ग्रन्थि या केंसर को खत्म करता है।

यह केंसर का स्थायी इलाज नही है स्थिति गम्भीर होने पर डॉक्टर को दिखाए।

  1. महिलाओं में रजोनिवृत्ति के लक्षणों में राहत- स्त्रियों में अचानक से मूड स्विंग होना चक्कर इत्यादि आना रजोनिवृति के सिम्टम्स हो सकते है। एक शोध के अनुसार सुरन या जिमीकन्द के अर्क में स्त्रियों में रजोनिवृति के लक्षण में कुछ हद तक राहत मिलती है।
  2. अनीमिया या खून कमी – इसमे भरपूर मात्रा में आयरन के साथ-साथ फोलेट भी होता है जो शरीर मे आयरन को समृद्ध कर खून की आपूर्ति करता है।
  3. स्मरण शक्ति बढ़ाने व मष्तिष्क की कमजोरी दूर करता है- एक शोध के मुताबिक जिमीकन्द मानव शरीर मे बढ़ती उम्र में याददाश्त की कमी जिसे अल्जाइमर रोग भी कहा जाता हैबेहतर करता है एवं मष्तिष्क में बनने वाले न्यूरॉन की उतेजना को बढ़ावा देता है जो याददाश्त बढ़ाने में सहायक होता है।
  4. पाचन शक्ति digestive system) मजबूत करता है- यह फाइबर का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है। जो पाचन सम्बन्धी विकार में अत्यंत आवश्यक है इसके सेवन से मल मुलायम होकर कब्ज को दूर करता है जिसके कारण पाचन दुरुस्त रहता है।
  5. मधुमेह व डायबिटीज के उपचार में सहायक- जिमीकंद में प्राकृतिक रूप से एलेंटॉइन (Allantoin) नामक केमिकल जिमीकन्द में प्राकृतिक रूप से एलेनटॉइन (Allantoin) नामक एलिमेंट्स पाया जाता है। एलेंटॉइन में एंटी डायबिटिक प्रभाव होता है, जो मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है यह लिपिड प्रोफाइल को सुधारने के साथ ही ब्लड शुगर को नियंत्रित करके मधुमेह से बचाव में फायदेमंद हो सकता है।
  6. सप्पलीमेंट में शामिल बड़ो व बच्चों के लिए – जिमीकन्द का इस्तेमाल बच्चों व बड़ो के सप्पलीमेंट में पाउडर फोम में उपयोग किया जाता है भारत अथवा विदेशी कंपनियां इसे सूखा कर पाउडर बनाकर इसको हेल्थ और प्रोटीन पाउडर में इसका उपयोग करते है। जिससे शरीर सुडौल बनता है।

यह थी जानकारी जिमीकन्द की जिसे क्षेत्रीय भाषा मे सुरन,याम (Yam) भी भिन्न-भिन्न नामो से जाता है। हमने अपना पूरा प्रयास किया कि हम अपने पाठकों तक सही और उचित जानकारी पहुंचाए। ताकि हमारे पाठक इसका पूरा-पूरा लाभ उठा सके।

 जुड़े रहिए हमारे साथ आगे भी फिर किसी नई जानकारी के साथ हाजिर होंगे।

नोट- हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से सभी को लाभ हो  जरूरी नही फिर भी किसी भी औषधि को प्रयोग करे कुछ दिन यदि कोई दुष्प्रभाव न हो तो जारी रखे यदि कोई दुष्प्रभाव दिखते भी है तो तुरन्त उसको बन्द कर दे व चिकित्सक की देख रेख में ले।

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